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भारत पर टैरिफ, यूक्रेन से डील, पाकिस्तान को शुक्रिया… ट्रंप ने अमेरिकी कांग्रेस में क्या कुछ कहा?

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अमेरिकी कांग्रेस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दिल खोलकर अपनी बात रखी है. यूक्रेन-रूस युद्ध से लेकर टैरिफ वॉर तक, भारत के जिक्र से लेकर पाकिस्तान को शुक्रिया कहने तक, उन्होंने एक लंबे-चौड़े संबोधन में अपने दूसरे कार्यकाल के दृष्टिकोण को सामने रखा. इस कार्यकाल ने पहले ही अमेरिका की घरेलू और विदेश नीति, दोनों को नाटकीय रूप से बदला है.दूसरे देशों के साथ भारत का नाम लेते हुए उन्होंने कहा है कि भारत भी अमेरिका पर 100% से अधिक टैक्स लगाता है. ट्रंप ने कहा है कि उनकी सरकार 2 अप्रैल से सभी देशों से उतना ही टैरिफ वसूलेगी जितना वो अमेरिका पर लगाते हैं. वहीं उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की से मिले लेटर की “सराहना” की है और कहा कि रूस ने भी शांति समझौते के लिए सिग्नल दिया है.रिपब्लिकन सेनेटर्स के “USA-USA” का नारों के बीच उन्होंने सबसे पहली बात कही- अमेरिका इज बैक. व्हाइट हाउस में लौटने के बाद उनका यह पहला ऐसा संबोधन है. कांग्रेस में डोनाल्ड ट्रंप के संबोधन का विषय “अमेरिकी सपने का नवीनीकरण (रिन्यूअल)” था.ट्रंप के संबोधन की बड़ी बातें”हमने 43 दिनों में वो किया जो पिछली सरकारों ने 4 सालों या 8 सालों में नहीं किया””हमारी आत्मा वापस आ गई है, हमारा गौरव वापस आ गया है, हमारा आत्मविश्वास वापस आ गया है, और अमेरिकी सपना पहले से कहीं अधिक बड़ा और बेहतर हो रहा है.”हमने दक्षिणी बॉर्डर पर राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की और देश पर आक्रमण को विफल करने के लिए अमेरिकी सेना और सीमा गश्ती दल को तैनात किया. बाइडेन अमेरिकी इतिहास में सबसे खराब राष्ट्रपति” थे और तब एक महीने में सैकड़ों हजारों अवैध क्रॉसिंग होती थीं.ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने अमेरिका को “अनुचित” पेरिस जलवायु समझौते, “भ्रष्ट” विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और “अमेरिका विरोधी” संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से वापस ले लिया है.ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने पद संभालने के बाद से सभी संघीय भर्तियों (केंद्र सरकार में भर्ती) पर तत्काल रोक लगा दी है. साथ ही सभी नए संघीय नियमों और सभी विदेशी सहायता पर भी रोक लगा दी है.ट्रंप ने अंडों की कीमत को “नियंत्रण से बाहर” होने देने के लिए बाइडेन को दोषी ठहराया.डोनाल्ड ट्रंप ने नए दक्षता विभाग DOGE और उसको लीड कर रहे अरबपति एलोन मस्क की मौजूदगी का जिक्र किया. उन्हें शुक्रिया कहा और दावा किया कि मस्क बहुत मेहनत कर रहे हैं.ट्रंप ने कहा कि वह 5 मिलियन डॉलर में अमेरिकी नागरिकता देने के लिए “गोल्ड कार्ड” वीज़ा प्रणाली शुरू करेंगे. उन्होंने कहा, “यह ग्रीन कार्ड की तरह है, लेकिन बेहतर और अधिक सोफिस्टिकेटेड है.”ट्रंप ने भारत समेत दूसरे देशों से कहा कि यदि आप अपना प्रोडक्ट अमेरिका में नहीं बनाते हैं तो आपको टैरिफ देना होगा. भारत का नाम भी लेते हुए उन्होंने कहा कि अन्य देश अमेरिका से “काफी अधिक” टैरिफ वसूलते हैं. “यह बहुत अनुचित है.” उन्होंने कहा कि अब अमेरिका की बारी है. अमेरिका अब 2 अप्रैल से काउंटर टैरिफ लगाएगा. ”वे हम पर जो भी टैरिफ लगाएंगे, हम उन पर उतना टैरिफ लगाएंगे.”ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने विदेशी एल्यूमीनियम, तांबा, लकड़ी और स्टील पर 25% टैरिफ लगाया है. “ये टैरिफ सिर्फ अमेरिकी नौकरियों को नहीं बचाएगा, बल्कि देश की आत्मा को भी बचाएगा.”ट्रंप ने दावा किया है कि अमेरिका की न्याय प्रणाली को “कट्टरपंथी वामपंथी पागलों” ने “उल्टा” कर दिया है.पनामा कैनाल (नहर) को अमेरिका पनामा से वापस लेगा.ट्रंप ने ग्रिनलैंड को अमेरिका में शामिल होने का न्योता दिया है. हालांकि यह न्योता से ज्यादा धमकी वाले टोन में था, उन्होंने कहा कि हम इस तरह से या उस तरह से ग्रिनलैंड को ले ही लेंगे.हम गाजा से बंधकों को वापस ला रहे हैं. हम मिडिल ईस्ट में शांति लाएंगें. यूक्रेन में जंग खत्म करने के लिए काम कर रहे हैं. यूरोपीय देशों ने रूसी गैस और तेल खरीदने पर यूक्रेन की मदद से ज्यादा खर्च किया है. यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने आज लेटर भेजा है जिसमें उन्होंने शांति के लिए फिर से अमेरिका के नेतृत्व में रूस से बाचतीच करने और मिनरल डील करने पर सहमति जताई है.पाकिस्तान ने हाल ही में CIA की खुफिया जानकारी पर एक्शन लेते हुए ISIS के सीनियर कमांडर मोहम्मद शरीफुल्लाह को हिरासत में लिया है. अमेरिका का दावा है कि मोहम्मद शरीफुल्लाह ने 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी के दौरान घातक एबी गेट बमबारी की साजिश रची थी. ट्रंप ने मोहम्मद शरीफुल्लाह को पकड़ने के लिए पाकिस्तान को शुक्रिया कहा है.राष्ट्रपति बनने के बाद से सुपर एक्टिव ट्रंपअमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही डोनाल्ड ट्रंप सुपर एक्टिव हैं और उनके विरोधी से लेकर दोस्त तक को नहीं पता कि वो क्या करने जा रहे हैं. ट्रंप अपने चुनावी वादों को ही अमलीजामा पहनाने में लगे हुए हैं. अपने वादे के अनुसार ट्रंप किसी भी कीमत पर रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करना चाहते हैं और शांति समझौते के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ डील करना चाहते हैं, भले उसके लिए यूक्रेन और अपने यूरोपीय सहयोगी देशों को ही बाइपास क्यों न करना पड़े. उन्होंने यूक्रेन और साथी यूरोपीय देशों को मंच पर लिए बिना पुतिन की ओर बातचीत का हाथ बढ़ा दिया है.यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की इस बात से खार खाए बैठे हैं और किसी भी डील के पहले यूक्रेन के लिए सुरक्षा गारंटी चाहते हैं. इस बात पर ही जेलेंस्की और ट्रंप के बीच पूरी दुनिया के सामने व्हाइट हाउस में बहस हुई. ट्रंप ने यूक्रेनी राष्ट्रपति पर अमेरिका का शुक्रगुजार न होने का आरोप लगाया. ट्रंप सरकार ने यूक्रेन को भेजी जा रही सभी अमेरिकी सैन्य सहायता की डिलीवरी को रोक दिया है.वहीं दूसरी तरफ ट्रंप अपने चुनावी स्लोगन अमेरिका फर्स्ट पर भी अमल कर रहे हैं और संरक्षणवादी आर्थिक नीतियों पर काम कर रहे हैं. इसी के तहत उन्होंने चीन, कनाडा और मेक्सिको पर टैरिफ की घोषणा भी कर दी है. उनके इस कदम ने वर्ल्ड इकनॉमी में उथल-पुथल मचा रखी है. अब तक चीन और कनाडा ने जवाबी कार्रवाई करते हुए अमेरिका से होने वाले आयातों पर भी काउंटर टैरिफ का ऐलान किया है.अगर ट्रंप की घरेलू नीति को देखें तो उन्होंने अपने बिलिनेयर पार्टनर एलन मस्क को खूब पावर दे रखी है. एलन मस्क को सरकारी फिजूलखर्ची रोकने के लिए बनाए गए डिपार्टमेंट, DOGE का हेड बना दिया गया है. ट्रंप प्रशासन ने मस्क की अगुवाई में वहां के संघीय कर्मचारियों (केंद्रीय कर्मचारियों) की बड़े पैमाने पर छंटनी शुरू कर दी है. इसके अलावा ट्रंप ने दूसरे देश से आए कथित अवैध अप्रवासियों को भी अमेरिका से निकालने की कवायद तेज की है. इसमें जोर भारत से गए अवैध अप्रासियों पर भी है.यहा भी पढ़ें: अमेरिका से खनिज डील यूक्रेन की ‘मजबूरी’, ट्रंप को ना-ना करते जेलेंस्की क्यों मान गए?यह भी पढ़ें: यूक्रेन की धरती में छिपे 5 अनमोल ‘रत्न’ जिसको पाना चाहता है अमेरिका

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