मणिपुर हिंसा: स्थिति अभी भी तनावपूर्ण, सेना तैनात

इंफाल: मणिपुर में बीते कुछ महीनों से जारी जातीय हिंसा ने राज्य की स्थिति को अत्यधिक तनावपूर्ण बना दिया है। मणिपुर में कुकियों और मैतेई समुदायों के बीच हो रही हिंसात्मक घटनाओं के कारण कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं।
हाल ही में, केंद्र सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की है। मणिपुर की राजधानी इंफाल में सेना और अर्धसैनिक बलों को सड़कों पर गश्त करते हुए देखा गया। इसके बावजूद, राज्य के विभिन्न हिस्सों से हिंसात्मक घटनाएं और संघर्ष की खबरें आ रही हैं।
राज्य सरकार ने कर्फ्यू लगाया है और इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है ताकि अफवाहें न फैल सकें। गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के हालात को देखते हुए कहा, “शांति और सौहार्द की बहाली हमारी प्राथमिकता है। हम हिंसा फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई करेंगे और पीड़ितों को न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।”
राज्य में लगातार हो रही हिंसा के कारण आम लोगों का जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। स्कूल, कॉलेज और व्यावसायिक संस्थान बंद हैं, और लोग अपने घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन राज्य में शांति की अपील कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इस संकट का कोई स्थायी समाधान निकलता नहीं दिख रहा है।