…जब मिर्जा गालिब के फैन मनमोहन सिंह का संसद में दिखा था शायराना अंदाज, देखें VIDEO
1 min read2004 में भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री रहे डॉ. मनमोहन सिंह को भारत में बड़े आर्थिक सुधार का जनक माना जाता है. उन्होंने 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभाला था. डॉ. मनमोहन सिंह सिर्फ देश के प्रधानमंत्री ही नहीं रहे हैं, बल्कि कई अहम पदों पर भी काबिज रहे हैं. भले ही मनमोहन सिंह शांत स्वभाव के हैं और कम बोलते हैं. आज भी वो किस्सा लोग याद करते हैं, जब संसद में भाजपा की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज और उनके बीच शेरो-शायरी हुई थी. दोनों नेताओं ने शेरो-शायरी के जरिए एक-दूसरे को जवाब दिया था. वीडियो देखें’माना कि तेरी दीद के काबिल नहीं हूं मैं..’जब संसद में दिखा था पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का शायराना अंदाज़..#manmohansingh pic.twitter.com/PBSKzoBAUG— NDTV India (@ndtvindia) December 26, 2024संसद में चर्चा के दौरान पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए मिर्जा गालिब का मशहूर शेर पढ़ा था, ‘हमको उनसे वफा की है उम्मीद, जो नहीं जानते वफ़ा क्या है.’ हालांकि, इसके जवाब में सुषमा स्वराज ने भी उन्हें शायरी के जरिए जवाब दिया था. View this post on InstagramA post shared by NDTV India (@ndtvindia)पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन 92 वर्ष की आयु में दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में हो गया. आज शाम उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका निधन हो गया.दिल्ली एम्स की ओर से आधिकारिक बुलेटिन जारी किया गया है. दिल्ली एम्स ने एक पत्र जारी कर कहा, ‘अत्यंत दुःख के साथ हम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के 92 वर्ष की आयु में निधन की सूचना दे रहे हैं. उन्हें रात 8:06 बजे नई दिल्ली के एम्स की मेडिकल इमरजेंसी में लाया गया. तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका और रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.