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जबरदस्ती छींक रोकना कितना खतरनाक? जानिए किन अंगों पर पड़ता है असर

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What Happens If I Stop My Sneeze?: छींक आना हमारे शरीर की एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से वह नाक और सांस की नली में मौजूद गंदगी, धूल या एलर्जेंस को बाहर निकालने का प्रयास करता है. लेकिन, कई बार हम शर्मिंदगी या अन्य कारणों से छींक को जबरदस्ती रोकने की कोशिश करते हैं. यह आदत दिखने में तो साधारण लग सकती है, लेकिन इससे शरीर के कई अंगों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. आइए जानें छींक रोकना कितना खतरनाक हो सकता है और यह किन अंगों पर असर डालता है.छींक रोकने की प्रक्रिया और उसके परिणामजब छींक आती है, तो हमारे शरीर में एक तेज दबाव बनता है. छींक के दौरान हवा लगभग 160 किमी/घंटा की गति से बाहर निकलती है. अगर आप इसे जबरदस्ती रोकते हैं, तो यह दबाव आपके शरीर के अंदर ही रह जाता है, जिससे कई समस्याएं हो सकती हैं.यह भी पढ़ें: एक महीने तक प्याज और लहसुन नहीं खाएंगे, तो शरीर में क्या बदलाव होगा? जानिए फायदे और नुकसानछींक रोकने से किन अंगों पर पड़ता है असर?1. कान (ईयर ड्रम)छींक को रोकने से हवा का दबाव कान की नलियों में जम सकता है. यह ईयर ड्रम को नुकसान पहुंचा सकता है और कभी-कभी स्थायी सुनने की समस्या भी पैदा कर सकता है.2. नाक और साइनसजब छींक को रोका जाता है, तो नाक और साइनस की नलियों में बैक्टीरिया और अन्य कण जम सकते हैं. इससे साइनस संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.3. आंखेंछींक रोकने से आंखों की रक्त वाहिकाओं पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे कभी-कभी आंखों की नसें फट सकती हैं. इससे आंखों में लालिमा और जलन हो सकती है.यह भी पढ़ें: आंखों की रोशनी को धीरे-धीरे कमजोर बना देती हैं ये 5 चीजें, आज से ही अपने रूटीन से हटा दें4. गला और वायुमार्गछींक रोकने से गले की नलियों पर दबाव पड़ता है. यह समस्या गले की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती है. इससे गले में दर्द और सूजन हो सकती है.5. ब्रेनकभी-कभी छींक रोकने से ब्रेन की ब्लड वेसल्स में दबाव बढ़ सकता है. यह हेमरेज का कारण बन सकता है, खासकर उन लोगों में जो पहले से ही हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित हैं.छींक रोकने के बजाय क्या करें?संवेदनशील स्थिति में छींक आए तो: अगर आप किसी सार्वजनिक स्थान पर हैं, तो रुमाल या टिशू का इस्तेमाल करें.सुरक्षित तरीके से छींकें: छींकते समय मुंह और नाक को ढकें, ताकि दूसरों पर बैक्टीरिया न फैले.स्वास्थ्य पर ध्यान दें: बार-बार छींक आने की समस्या हो तो डॉक्टर से शलाह लें.छींक रोकने की आदत आपके शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकती है. यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है, जिसे रोकने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. स्वस्थ रहने के लिए इस सामान्य सी प्रक्रिया को स्वीकार करें और अपने शरीर की जरूरतों को समझें.Watch Video: सांस लेने से परे फेफड़े करते हैं ये अद्भुत काम जो आप नहीं जानते होंगे

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