बजरंग पुनिया: खरीद लेना मैडल 15-15 रुपये में
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बजरंग पुनिया: “खरीद लेना मैडल 15-15 रुपये में” – जिसे असली मैडल की कीमत और उसने पीछे छुपी सालों की मेहनत का नहीं पता वो 15 रुपये वाले मैडल खरीद लेना
बजरंग पुनिया का समर्थन और कटाक्ष
भारतीय कुश्ती जगत में एक बार फिर से हलचल मच गई है जब सुप्रसिद्ध पहलवान बजरंग पुनिया ने विनेश फोगाट की अपील खारिज होने के बाद एक बयान दिया। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) ने हाल ही में विनेश फोगाट की अपील को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 में 50 किलोग्राम वर्ग के फ्रीस्टाइल कुश्ती मुकाबले में सिल्वर मेडल की मांग की थी। इस अपील के खारिज होने के बाद, बजरंग पुनिया ने सोशल मीडिया पर अपने विचार प्रकट किए।

विनेश फोगाट की हार के बाद बजरंग पुनिया ने ट्विटर पर लिखा, “माना पदक छीना गया तुम्हारा इस अंधकार में, हीरे की तरह चमक रही हो आज पूरे संसार में। विश्व विजेता हिंदुस्तान की आन बान शान रूस्तम ए हिंद विनेश फोगाट आप देश के कोहिनूर हैं। पूरे विश्व में विनेश फोगाट विनेश फोगाट हो रही हैं।” इस बयान के माध्यम से बजरंग ने न केवल विनेश को प्रेरित किया, बल्कि उनके संघर्ष और योगदान को भी सराहा।
इसके बाद बजरंग ने एक टिप्पणी करते हुए कहा, “जिनको मैडल चाहिए खरीद लेना मैडल 15-15 रुपये में” – जिसे असली मैडल की कीमत और उसने पीछे छुपी सालों की मेहनत का नहीं पता वो 15 रुपये वाले मैडल खरीद लेना, ” यह बयान पूर्व कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के उस कथन के जवाब में था जिसमें उन्होंने कहा था कि “इनके मैडल की कीमत 15 रुपये है।”
CAS का निर्णय और उसका प्रभाव
CAS द्वारा विनेश फोगाट की अपील खारिज किए जाने से न केवल भारतीय कुश्ती प्रेमियों में निराशा हुई, बल्कि यह मुद्दा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है। विनेश को वजन से संबंधित मुद्दों के कारण मुकाबले से अयोग्य ठहराया गया था, जिसके बाद उन्होंने अपील दायर की थी। हालांकि, CAS ने इस अपील को खारिज कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप भारत को एक और ओलंपिक मेडल से वंचित रहना पड़ा।
कुश्ती जगत की प्रतिक्रिया

इस घटना के बाद, भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पी. टी. उषा ने भी अपने बयान में इस फैसले पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह फैसला न केवल विनेश फोगाट के लिए, बल्कि पूरे खेल जगत के लिए एक बड़ा झटका है। उन्होंने यह भी कहा कि IOA इस मुद्दे पर आगे कानूनी कदम उठाने की योजना बना रहा है।
बजरंग पुनिया की यह टिप्पणी भारतीय कुश्ती समुदाय में गहरे असंतोष का संकेत है और यह दिखाती है कि खिलाड़ी अपने हक के लिए संघर्ष करने को तैयार हैं। इस बयान ने सोशल मीडिया पर भी बहस छेड़ दी है, जहां खेल प्रेमी बजरंग के इस कटाक्ष को समर्थन दे रहे हैं।
विनेश फोगाट की अपील खारिज होने के बाद बजरंग पुनिया का यह बयान न केवल उनकी निराशा को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारतीय कुश्ती जगत में अब भी कई मुद्दे हैं जिनका समाधान किया जाना आवश्यक है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस घटना के बाद भारतीय कुश्ती महासंघ और अन्य संबंधित संस्थाएं क्या कदम उठाती हैं।